Sunday, September 12, 2010

सुपर मॉम किम

साल के अन्तिम ग्रेंड स्लेम यू एस ओपन के फाइनल मुकाबले के लिए बेल्जियम की किम क्लिस्टर्स और रूस की वेरा ज्वोनरेवा आमने सामने थीं। दूसरे वरीयता प्राप्त किम ने पूरे मैच पर अपनी पकड़ बनाये रखी और ज्वोनरेवा को कोई मौका नही दिया। उन्होने सिर्फ एक घंटे में रूसी खिलाड़ी को 6-2, 6-1 से हरा दिया। क्लिस्टर्स ने मैच के पहले सेट में रूसी खिलाड़ी की तीन बार सर्विस ब्रेक की और पहला सेट 6-2 से अपने नाम किया। दूसरे सेट मे भी किम ने ज्वोनरेवा को वापसी का कोई मौका नही दिया और सिर्फ एक प्वाइंट गवांते हुए 6-1 से सेट और मैच अपने नाम कर लिया। 2001 के बाद ये पहला मौका है जब कोई खिलाड़ी इस खिताब का बचाव करने में सफल रही है तब अमरीका की वीनस विलियम्स ने अपने खिताब का बचाव करने मे कामयाब रहीं थीं। 1976 के बाद से ये पहला मौका है जब यू एस ओपन के खिताबी मुकाबले में किसी खिलाडी को इतनी आसान जीत नसीब हुई है। तब अमरीका की क्रिस एवर्ट ने आस्ट्रेलिया की एवोन गूलागोंग को 6-3, 6-0 से हराया था। करियर का तीसरा ग्रेंडस्लेम जीतने वाली बेल्जियन खिलाड़ी क्लाइस्टर्स ने 2005 में भी यूएस ओपन ग्रेंड स्लेम खिताब पर कब्जा जमाया था। क्लिस्टर्स को कमबैक क्वीन और सुपर मॉम के नाम से भी जाना जाता है। साल 2007 में क्लिस्टर्स ने शादी की वजह से टेनिस को अलविदा कह दिया था। लेकिन एक सुंदर बच्ची को जन्म देने के बाद क्लिस्टर्स ने टेनिस कोर्ट पर विजयी वापसी की थी। 2009 में अपने दो साल के रिटायरमेंट से वापसी करने वाली क्लिस्टर्स ने वाइल्ड कार्ड के ज़रिए टूर्नामेंट में प्रवेश कर टाइटल जीता था और ऐसा करने वाली वो पहली खिलाड़ी हैं।

पाकिस्तान की परेशानी

पाकिस्तान क्रिकेट की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रहीं हैं। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के कुछ अधिकारियों ने सीईओ जस्टिन वॉन से मिलकर फिक्सिंग से जुड़ी जांच खत्म न होने तक पाकिस्तान का दौरा न करने के सलाह दी है। सूत्रों की माने तो बोर्ड ने अन्य विकल्प ढूंढने शुरू भी कर दिये हे। पाकिस्तान टीम को दिसम्बर जनवरी में न्यूजीलैंड का दौरा करना है।
पहले आतंकवाद के डर से क्रिकेट टीमों ने किया पाकिस्तान जाने से मना, अब फिक्सिंग के आरोपों के बाद टीमें नही चाह रही हैं अपने देश मे भी पाकिस्तान से खेलना। जी हां इस समय पाकिस्तान क्रिकेट के यही हालात हैं। न्यूजीलैंड बोर्ड से जुड़ें कुछ अधिकारियों का कहना है कि अगर एक तारीख तक फिक्सिंग के आरोपों से घिरे तीनों क्रिकेटर सभी आरोपों से बरी नही हो जाते तब तक उन्हे पाकिस्तान का दौरा रद्द कर देना चाहिए। न्यूजीलैंड टीम के कप्तान डेनियल वेटोरी ने भी मैच फिक्सिंग मामले मे कहा था कि अगर सलमान बट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ फिक्सिंग के दोषी पाए जाते हैं तो इनपर आजीवन बैन लगा देना चाहिए। पिछले साल मार्च में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच के दौरान आतंकवादी हमले में खिलाड़ी बाल-बाल बचे थे कुछ खिलाड़ियों को हल्की चोट भी आईं थी। इस घटना के बाद क्रिकेट टीमें पाकिस्तान जाकर क्रिकेट नहीं खेल रही हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच जुलाई में हुई टेस्ट सीरीज़ की मेजबानी इंग्लैंड में हुई थी।
उधर पूर्व पाकिस्तान कप्तान राशिद लतीफ ने का दावा किया है कि स्पॉट फिक्सिंग में केवल पाकिस्तानी खिलाड़ी ही शामिल नहीं हैं टेस्ट खेलने वाली सभी टीमों के खिलाड़ी इसमें शामिल हैं। उन्होने तो ये भी कहा है कि मैंने इसे बेहद करीब से देखा है और कुछमैचों की स्क्रिप्ट तो फिल्मों की तरह पहले ही तय कर ली जाती है। पाकिस्तान के लिए 37 टेस्ट और 166 वनडे खेलने वाले लतीफ ने 1994 के जिम्बाब्वे दौरे पर मैच फिक्सिंग का विरोध करते हुए संन्यास की घोषणा कर दी थी। वहीं फिक्सिंग के आरोपों से घिरे युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर इंग्लिश काउंटी क्लब यार्कशायर से अपना अनुबंध गवां सकते है। इंग्लैंड के अखबार मे छपी रिपोर्ट के मुताबिक यार्कशायर क्लब अब आमिर को अपने साथ नही रखना चाहता।